इस बैठक के दौरान भारत और ताजिकिस्तान से जुड़े कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई। श्री बिरला ने दोनों देशों के बीच घनिष्ठ ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों का उल्लेख करते हुए संसदीय मैत्री ग्रुप की स्थापना के माध्यम से संसदीय सहयोग बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने भारत की चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता के बारे में भी बताया । दोनों देशों ने वैश्विक बहुपक्षीय मंचों में सहयोग के महत्व पर ज़ोर दिया । ताजिक संसदीय अधिकारियों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की गई । इसके साथ ही, श्री बिरला ने ताजिकिस्तान में भारतीय संस्कृति और योग की लोकप्रियता पर संतोष व्यक्त करते हुए ताजिकिस्तान में भारतीय छात्रों की सहायता के लिए अपने ताजिक समकक्ष को धन्यवाद दिया। श्री बिरला ने दोनों देशों के बीच संबंध और मजबूत होने होने और बहुपक्षीय सहयोग को बढ़ाए जाने की आशा व्यक्त की ।
कजाखस्तान की सीनेट के चेयरपर्सन, श्री अशिमबायेव मौलेन सगथानुली
10वें ब्रिक्स संसदीय शिखर सम्मेलन के अवसर पर, लोक सभा अध्यक्ष, श्री ओम बिरला ने कजाखस्तान की सीनेट के चेयरपर्सन, श्री अशिमबायेव मौलेन सगथानुली से मुलाकात की। इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए, श्री बिरला ने कहा कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में भारत अपनी लोकतांत्रिक शासनव्यवस्था के अनुसार देशवासियों के सामाजिक-आर्थिक जीवन में बदलाव लाया है।
भारत और कजाखस्तान के बीच चर्चा और संसदीय संवाद को मजबूत करने की आवश्यकता पर जोर देते हुए, श्री बिरला ने दोनों देशों के संसदीय शिष्टमंडलों के बीच निरंतर संवाद और नियमित द्विपक्षीय यात्राओं का सुझाव दिया।
बेलारूस गणराज्य की नेशनल असेम्बली के हाउस ऑफ रेप्रेजेंटेटिव्स के चेयरमैन, महामहिम श्री इगोर सर्जेन्को के साथ द्विपक्षीय बैठक
श्री बिरला ने बेलारूस गणराज्य की नेशनल असेम्बली के हाउस ऑफ रेप्रेजेंटेटिव्स के चेयरमैन, महामहिम श्री इगोर सर्जेन्को के साथ द्विपक्षीय बैठक की।
भारत और बेलारूस के बीच मैत्रीपूर्ण संबंधों का उल्लेख करते हुए, श्री बिरला ने कहा कि चुनौतीपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय परिस्थितियों के बावजूद, दोनों देशों के बीच विभिन्न स्तरों पर परस्पर संवाद के कारण घनिष्ठ संबंध बने हुए हैं। श्री बिरला ने कहा कि भारत और बेलारूस के बीच रक्षा क्षेत्र में सहयोग की समृद्ध परंपरा रही है। उन्होंने कहा कि भारत और बेलारूस के लोगों के बीच सांस्कृतिक संपर्क हमारे द्विपक्षीय संबंधों का एक मजबूत स्तंभ रहा है। श्री बिरला ने भारत और बेलारूस के बीच संसदीय संवाद और चर्चा को और मजबूत करने तथा दोनों देशों के संसदीय शिष्टमंडलों के बीच निरंतर सहयोग की आवश्यकता पर बल दिया।
उज्बेकिस्तान की सीनेट की चेयरपर्सन, सुश्री तंजिला कमलोवना नरबायेवा के साथ द्विपक्षीय बैठक
10वें ब्रिक्स संसदीय मंच के अवसर पर, लोक सभा अध्यक्ष ने उज्बेकिस्तान की सीनेट की चेयरपर्सन, सुश्री तंजिला कमलोवना नरबायेवा से मुलाकात की। श्री बिरला ने उज़्बेकिस्तान की संसद में महिलाओं की भागीदारी पर प्रसन्नता व्यक्त की तथा ओली मजलिस में महिला सांसदों का प्रतिनिधित्व पूरे एशिया में सबसे अधिक (लगभग 40 प्रतिशत) होने का उल्लेख करते हुए बताया कि भारतीय संसद ने भी नारी शक्ति वंदन विधेयक पारित किया है, जिसके अंतर्गत संसद तथा राज्य विधानसभाओं में महिलाओं के लिए एक तिहाई सीटों के आरक्षण का प्रावधान किया गया है। श्री बिरला ने कहा कि यह विधेयक भारत की महिलाओं के सशक्तीकरण की दिशा में उल्लेखनीय पहल है।
इस बात का उल्लेख करते हुए कि भारत में प्राचीन काल से ही लोकतांत्रिक परंपराएं विद्यमान रही हैं तथा भारत लोकतंत्र की जननी है, श्री बिरला ने बताया कि इस वर्ष भारतीय संसद के निचले सदन के लिए आम चुनाव हुए, जिसमें मतदाताओं की व्यापक भागीदारी रही। श्री बिरला ने कहा कि लगभग 650 मिलियन मतदाताओं ने अपने लोकतांत्रिक अधिकारों का प्रयोग किया।
लोक सभा सचिवालय द्वारा चलाए जा रहे क्षमता निर्माण कार्यक्रमों का उल्लेख करते हुए श्री बिरला ने कहा कि भारतीय संसद का संसदीय लोकतंत्र शोध एवं प्रशिक्षण संस्थान अन्य देशों के संसदीय अधिकारियों के लिए ‘संसदीय इंटर्नशिप कार्यक्रम’ तथा ‘विधायी प्रारूपण में अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण’ विषय पर दो अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन करता है । उन्होंने आग्रह किया कि अधिक से अधिक प्रतिभागियों को ऐसे पाठ्यक्रमों में भाग लेना चाहिए।
इजिप्ट के हाउस ऑफ रेप्रेजेंटेटिव्स (“मौलिस अन-नोवाब”) के स्पीकर, महामहिम हनाफ़ी एल. गेबाली के साथ द्विपक्षीय बैठक
भारत और इजिप्ट की संसदों के पीठासीन अधिकारियों के बीच हुई द्विपक्षीय वार्ता में द्विपक्षीय संबंधों और संसदीय सहयोग को बढ़ावा देने पर चर्चा हुई । श्री बिरला ने इस बात का उल्लेख किया कि दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंध रहे हैं जो उपनिवेशवाद के विरुद्ध संघर्ष और गुटनिरपेक्ष आंदोलन के साझा मूल्यों से मजबूत हुए हैं। उन्होंने एशिया और अफ्रीका के बीच एक सेतु के रूप में इजिप्ट की रणनीतिक भूमिका के बारे में बात करते हुए परस्पर सहयोग बढ़ाने के लिए एक संसदीय मैत्री ग्रुप के गठन का प्रस्ताव रखा। भारत के गणतंत्र दिवस में राष्ट्रपति सीसी के शामिल होने और प्रधान मंत्री मोदी की मिस्र की राजकीय यात्रा सहित उच्च स्तरीय यात्राओं का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि इससे दोनों देशों के बीच संबंध और मजबूत हुए हैं । श्री बिरला ने दोनों देशों के चिरस्थायी संबंधों के प्रतीक के रूप में इजिप्ट के नए संसदीय परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा की स्थापना करने का सुझाव भी दिया। दोनों देशों ने IPU और BRICS जैसे बहुपक्षीय मंचों पर सहयोग करने पर सहमति जताई, जिसका मुख्य उद्देश्य ग्लोबल साउथ और विकासशील देशों का समर्थन करना है। इस बैठक में परस्पर संसदीय सहयोग तथा युवाओं और महिलाओं की भागीदारी के प्रति प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हुए द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत बनाने की आशा भी व्यक्त की गई ।