भारत और नेपाल के बीच सदियों पुराने आध्यात्मिक, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंध रहे हैं: लोक सभा अध्यक्ष

नई दिल्ली; 31 जनवरी : अंतर्राष्ट्रीय संबंध और पर्यटन संबंधी संसदीय समिति के सभापति, माननीय श्री राज किशोर यादव के नेतृत्व में 8 सदस्यीय नेपाली संसदीय शिष्टमंडल ने आज संसद भवन परिसर में लोक सभा अध्यक्ष, श्री ओम बिरला से मुलाकात की।

श्री बिरला ने नेपाल से भारत आए शिष्टमंडल का गर्मजोशी से स्वागत किया और इस बात पर जोर दिया कि दोनों देश न केवल पड़ोसी हैं, बल्कि साझे इतिहास, संस्कृति और लोकतांत्रिक सिद्धांतों के संरक्षक भी हैं जिसके कारण दोनों देश एक दूसरे के साथ जुड़े हुए हैं। उन्होंने दोनों देशों के बीच मौजूद सदियों पुराने आध्यात्मिक, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों के साथ ही दोनों देशों के लोगों के बीच गहरे भावनात्मक संबंध की बात भी की जिससे दोनों देशों के परस्पर संबंध मजबूत हुए हैं । लोक सभा अध्यक्ष ने कहा कि दोनों देशों के बीच ‘ओपन बार्डर’ और नागरिकों के बीच घनिष्ठ संपर्क से इस बात का पता चलता है कि भारत-नेपाल के संबंध कितनी खास और मैत्रीपूर्ण रहे हैं ।

श्री बिरला ने शिष्टमंडल को जानकारी दी कि उनकी यात्रा भारत की संसद के नए भवन में आयोजित हो रहे पहले बजट सत्र के दिन हुई है, जिसमें राष्ट्रपतिजी ने संसद के दोनों सदनों को संबोधित किया। श्री बिरला ने यह भी कहा कि लोकतांत्रिक देशों की संसदों के बीच परस्पर संवाद बहुत जरूरी है। श्री बिरला ने इस बात पर ज़ोर दिया कि इस प्रकार हम वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर एक-दूसरे के साथ अपने विचार साझा कर सकते हैं और हमारा एक साझा दृष्टिकोण बनता है। श्री बिरला ने कहा कि दोनों देशों के शीर्ष नेताओं के बीच निरंतर चर्चा और संवाद आपसी संबंधों को मजबूत करने के साथ-साथ लोकतांत्रिक मूल्यों को मजबूत करने में महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने कार्य-उत्पादकता बढ़ाने के लिए संसद में किए जा रहे प्रयासों के बारे में भी बात की जिसका एक उदाहरण ‘वन नेशन वन लेजिस्लेटिव प्लेटफॉर्म’ की शुरूआत है जिसका उद्देश्य सभी संसदीय वाद-विवादों को एक मंच पर उपलब्ध कराना है। उन्होंने विधायी प्रारूपण सहित कानून बनाने की प्रक्रिया के बारे में विधायकों को शिक्षित और परिचित कराने की आवश्यकता के बारे में भी बात की।

दोनों देशों के साझे लोकतांत्रिक लोकाचार का उल्लेख करते हुए, श्री बिरला ने कहा कि नेपाल रणनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण पड़ोसी देश है । उन्होंने यह आशा व्यक्त की कि दोनों देशों के बीच लंबे समय से विकसित हो रहे संबंध समय के साथ और मजबूत होंगे।

भारत की प्रभावशाली आर्थिक वृद्धि की सराहना करते हुए नेपाल के संसदीय शिष्टमंडल के नेता, श्री राज किशोर यादव ने इस आर्थिक यात्रा में सहयोगी भागीदार बनने की अपने देश की इच्छा व्यक्त की। उन्होंने भारत के प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करते हुए 2014 में उनकी नेपाल यात्रा का स्मरण किया जब हिमालय के अंचल में बसे देश में उनका जोरदार स्वागत हुआ था।