नई दिल्ली: अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारियों का शताब्दी वर्ष समारोह दिवस 16 से 19 नवम्बर, 2021 तक शिमला में आयोजित किया जायेगा। लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिड़ला 17 नवम्बर को 82वें (बीच में कुछ अधिवेशन नहीं हो पाए थे ) अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारियों के सम्मेलन का शुभारम्भ करेंगे। इनका पहला अधिवेशन 14 सितंबर 1921 को स्पीकर Frederick Whyte की अध्यक्षता में शिमला में हुआ था।
इस समारोह में राज्यसभा के उप-सभापति, राज्यपाल श्री राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर, मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश श्री जय राम ठाकुर, मन्त्री परिषद के सभी सदस्यगण, गणमान्य व्यक्ति , लोकसभा तथा राज्यसभा के महासचिव, हिमाचल प्रदेश के मुख्य सचिव तथा पुलिस प्रमुख हिमाचल प्रदेश भी मौजूद रहेंगे।
हिमाचल प्रदेश विधान सभा के अध्यक्ष श्री विपिन सिंह परमार ने कहा कि शताब्दी वर्ष में अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारियों का यह 82वां सम्मेलन होगा जबकि सचिवों का 58वां सम्मेलन होगा। श्री परमार ने बताया कि आरम्भ में यह समारोह धर्मशाला में आयोजित किया जाना था , लेकिन अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारी का पहला सम्मेलन 15 से 17 सितम्बर, 1921 को शिमला में आयोजित किया गया था। इसी के चलते इसका आयोजन अब शिमला में किया जा रहा है। इस समारोह में राज्यसभा के उप-सभापति, सभी राज्यों की विधान सभाओं , विधान परिषदों के पीठासीन अधिकारी (अध्यक्ष) उपाध्यक्ष तथा प्रधान सचिव/सचिव भी भाग लेंगे। श्री परमार ने कहा कि सचिवों का 16 नवम्बर तथा पीठासीन अधिकारियों का सम्मेलन 17 तथा 18 नवम्बर को आयोजित किया जायेगा।
इस सिलसिले में विधान सभा अध्यक्ष श्री विपिन सिंह परमार ने 28 ऑक्टोबर को नई दिल्ली में अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारियों के सम्मेलन के चेयरमैन एवं लोक सभा के अध्यक्ष श्री ओम बिड़ला से लोक सभा सचिवालय नई दिल्ली में मुलाकात की तथा उन्हें आयोजन से सम्बन्धित किये जा रहे प्रबन्धों बारे अवगत करवाया। नई दिल्ली से लौटते ही श्री विपिन सिंह परमार ने शिमला में विधान सभा अधिकारियों के साथ सम्मेलन की तैयारियों की समीक्षा बैठक की।