लोकसभा स्पीकर बिरला ने शहरी स्थानीय निकायों से संसद के अनुरूप अपनी कार्यवाही संचालित करने के लिए नियम और प्रक्रियाएं अपनाने का आह्वान किया

इंदौर- 9 जुलाई : मध्य प्रदेश के एक दिवसीय दौरे पर आए लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिरला ने “सदन की बात” कार्यक्रम में नगर निगम के जनप्रतिनिधियों से बातचीत की। इस अवसर पर सांसद श्री शंकर लालवानी, मध्य प्रदेश विधानसभा के सदस्य श्री कैलाश विजयवर्गीय और श्री रमेश मेंदोला मौजूद थे। इंदौर के महापौर, इंदौर नगर निगम के पार्षद और अधिकारी भी कार्यक्रम में मौजूद थे।

भारत की समृद्ध लोकतांत्रिक विरासत का उल्लेख करते हुए, श्री बिरला ने इस बात पर जोर दिया कि, आम धारणा के विपरीत, भारत की लोकतांत्रिक जड़ें इसकी स्वतंत्रता से बहुत पहले प्राचीन काल से चली आ रही हैं। उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक मूल्यों ने हमारे विचारों, परंपराओं और संस्थाओं को गहराई से प्रभावित किया है। भारत और इसके लोगों में संवाद और आपसी परामर्श के माध्यम से संघर्षों को हल करने की एक लंबी परंपरा है, जो वैश्विक नीति- निर्माण की आधारशिला के रूप में कार्य करती है । श्री बिरला ने महसूस किया कि लोकतंत्र के रूप में भारत का कद हाल के दिनों में तेजी से बढ़ा है और दुनिया अब भारत को एक प्रेरणा के रूप में देखती है।

उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि भारत की लोकतांत्रिक सफलता, जो ग्राम शासन से लेकर स्थानीय, राज्य और राष्ट्रीय स्तर तक फैली है, उसकी मजबूत जनभागीदारी की परंपरा से उपजी है। उन्होंने महापौर और पार्षदों को नागरिकों के बीच विश्वास और जवाबदेही को बढ़ावा देकर जन प्रतिनिधि के रूप में अपनी भूमिका निभाने के लिए प्रोत्साहित किया। श्री बिरला ने शहरी स्थानीय निकायों से संसद के अनुरूप अपनी कार्यवाही संचालित करने के लिए नियम और प्रक्रियाएं अपनाने का भी आग्रह किया। उन्होंने सुझाव दिया कि प्रश्नकाल और शून्यकाल जैसे तंत्रों के माध्यम से सार्वजनिक मुद्दों पर गहन चर्चा की होगी और समस्याओं के समाधान निकलेंगे । इस बात पर जोर देते हुए कि आम सहमति के माध्यम से रचनात्मक सुझाव और समाधान प्राप्त किए जा सकते हैं, श्री बिरला ने कहा कि जन प्रतिनिधियों को मिशन से काम करना चाहिए जो लोगों की अपेक्षाओं को पूरा करे, जिससे लोकतांत्रिक संस्थाओं में विश्वास और भरोसा बढ़े।

श्री बिरला ने शहरी स्वच्छता में इंदौर की उत्कृष्ट सफलता की सराहना की। जलवायु परिवर्तन को आज की सबसे महत्वपूर्ण वैश्विक चुनौतियों में से एक बताते हुए उन्होंने पिछले कुछ वर्षों में स्वच्छ भारत मिशन में इंदौर की सफलता का जिक्र किया और कहा कि कार्बन उत्सर्जन को कम करने में निगम के प्रयास प्रसंशनीय हैं। यह विचार व्यक्त करते हुए कि जलवायु परिवर्तन से निपटने में ऐसी पहल महत्वपूर्ण है, उन्होंने उपस्थित लोगों से अपने प्रयासों को और तीव्र करने का आग्रह किया, ताकि ऐसी ही सफलताएं पूरे देश में दोहराई जा सकें। उन्होंने कहा कि शहरी कायाकल्प में इंदौर की सफलता ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की पहल को एक बड़ी सफलता बना दिया है।