मुद्दों पर सहमति और असहमति बहस में प्रतिबिंबित होनी चाहिए, व्यवधान में नहीं: लोकसभा अध्यक्ष

Lok Sabha Speaker, Shri Om Birla, addressing the Press on the last day of the Seventh Session of the 17th Lok Sabha on 22 December, 2021.

नई दिल्ली: सत्रहवीं लोकसभा का सातवां सत्र, जो 29 नवम्बर, 2021 को आरम्भ हुआ था, आज 22 दिसंबर, 2021 को अनिश्चित काल के लिए स्थगित हो गया ।

लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिरला ने आज संसद भवन परिसर में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि मुद्दों पर सहमति और असहमति बहस में प्रतिबिंबित होनी चाहिए, व्यवधान में नहीं। इस बात पर जोर देते हुए कि भारत में लोकतंत्र जीवन का हिस्सा है, श्री बिरला ने राजनीतिक दलों के नेताओं और सदस्यों से लोकतंत्र और लोकतांत्रिक संस्थानों को मजबूत करने की दिशा में काम करने का आह्वान किया। यह विचार व्यक्त करते हुए कि सदन का सुचारू संचालन सभी हितधारकों की जिम्मेदारी है, लोक सभा अध्यक्ष ने कहा कि सदन को सामूहिकता और आम सहमति के अनुसार चलाया जाना चाहिए। कई मुद्दों पर राजनीतिक दलों के बीच मतभेदों पर बोलते हुए, श्री बिरला ने कहा कि एक कार्यशील लोकतंत्र में इस तरह के मतभेद स्वाभाविक हैं लेकिन उन्हें स्वस्थ बहस के रूप में प्रतिबिंबित करने की आवश्यकता है। उन्होंने सदस्यों से सदन में व्यवधान से बचने की अपील की।

सभा में हुए कार्य के बारे में जानकारी देते हुए लोक सभा अध्यक्ष ने बताया कि सातवें सत्र के दौरान 18 बैठकें हुईं और 83 घंटे 20 मिनट कार्य हुआ । व्यवधान के कारण लोक सभा का 18 घंटे 48 मिनट का समय नष्ट हुआ । सत्र के दौरान सूचीबद्ध कार्य को पूरा करने के लिए सदन 18 घंटे 11 मिनट अधिक देर तक बैठा। । इस सत्र के दौरान सभा की कार्य- उत्पादकता 82 प्रतिशत रही । श्री बिरला ने बताया कि सत्र की पहली सात बैठकों के दौरान उत्पादकता 102 प्रतिशत थी। 2 दिसम्बर, 2021 को सभा का कार्यनिष्पादन 204 प्रतिशत रहा । लोक सभा अध्यक्ष ने बताया कि सत्र के दौरान 12 सरकारी विधेयक पुरःस्थापित किए गए और 09 विधेयक पारित किए गए । इस सत्र के दौरान पारित किए गए कुछ महत्वपूर्ण विधेयक हैं: कृषि विधि निरसन विधेयक, 2021; केन्द्रीय सतर्कता आयोग विधेयक (संशोधन), 2021; दिल्ली विशेष पुलिस स्थापन विधेयक (संशोधन), 2021; और निर्वाचन विधि (संशोधन) विधेयक, 2021। वर्ष 2021-22 के लिए अनुदानों की अनुपूरक मांगों-दूसरे बैच पर चर्चा और मतदान 04 घंटे और 49 मिनट तक चली।

सत्र के दौरान सदन में 360 में से 91 तारांकित प्रश्नों के उत्तर मौखिक रूप से दिए गए। 4140 अतारांकित प्रश्नों के उत्तर सभा पटल पर रखे गए। 20 दिसंबर 2021 को, दिन के लिए सूचीबद्ध सभी 20 तारांकित प्रश्नों को कवर किया गया था। इसके अलावा, नियम 377 के तहत सार्वजनिक महत्व के 380 मामले उठाए गए। सदस्यों द्वारा सूचना प्रौद्योगिकी के उपयोग पर संतोष व्यक्त करते हुए, श्री बिरला ने कहा कि पिछले सत्र के दौरान 93.5% की तुलना में इस सत्र में 94.68% ई-नोटिस प्राप्त हुए ।
लोक सभा अध्यक्ष ने बताया कि शून्य काल के दौरान सभा में अविलंबनीय लोक महत्व के 563 मामलों को भी उठाया गया। दिनांक 09 दिसम्बर, 2021 को सदन में देर तक बैठकर 62 माननीय सदस्यों ने शून्य काल के तहत अपने विषय सभा के समक्ष रखे। इनमें से 29 महिला सदस्य थीं। कुल 8 दिन शून्य काल चला और प्रतिदिन इसका औसत 1 घंटा 51 मिनट रहा।

सदन में हुए अन्य कार्यों के बारे में बोलते हुए, श्री बिरला ने इस बात पर प्रकाश डाला कि स्थायी समितियों ने सदन को 45 प्रतिवेदन प्रस्तुत किए और सत्र के दौरान सदन के कामकाज पर संसदीय मामलों के 03 वक्तव्यों सहित 50 वक्तव्य सदन में प्रस्तुत किए गए। कुल 2658 पत्र सभा पटल पर रखे गए।

श्री बिरला ने बताया कि सभा में देश में ‘कोविड-19 वैश्विक महामारी’ और ‘जलवायु परिवर्तन’ के संबंध में दो अल्पकालिक चर्चाएँ भी की गईं। उन्होंने आगे कहा कि ‘जलवायु परिवर्तन’ विषय पर चर्चा अभी पूरी नहीं हुई है और अगले सत्र में जारी रहेगी । ‘’कोविड-19 वैश्विक महामारी’’ पर 12 घंटे 26 मिनट तक चली चर्चा में कुल 99 माननीय सदस्यों ने भाग लिया। दूसरी अल्पकालिक चर्चा ‘’जलवायु परिवर्तन’’ पर थी, जिसमें अभी तक 61 माननीय सदस्यों ने अपने विचार रखे हैं। यह चर्चा अभी तक 6 घंटे 26 मिनट तक चली है।

गैर-सरकारी सदस्यों के कार्य की बात करते हुए श्री बिरला ने कहा कि सत्र के दौरान गैर-सरकारी सदस्यों द्वारा विभिन्न विषयों पर 145 विधेयक पुरःस्थापित किए गए। श्री जनार्दन सिंह ‘सीग्रीवाल’ द्वारा ‘अनिवार्य मतदान विधेयक, 2019’ पर आगे चर्चा 3 दिसम्बर, 2021 को जारी रही, जो उस दिन भी पूरी नहीं हो पाई। इसी प्रकार, श्री रितेश पाण्डेय द्वारा ‘आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और आंगनवाड़ी सहायिकाओं के लिए कल्याणकारी उपाय’ के संबंध में गैर सरकारी सदस्यों के संकल्प पर चर्चा 10 दिसम्बर, 2021 को जारी रही और उस दिन पूरी नहीं हो पाई।

संसद सदस्यों के क्षमता निर्माण के अंतर्गत सभा के समक्ष विचारार्थ विभिन्न महत्वपूर्ण विधेयकों के बारे में 05 ब्रीफिंग सत्रों का आयोजन किया गया ।

श्री बिरला ने बताया कि सत्र के दौरान PRIDE द्वारा संसद सदस्यों के लिए 03 कार्यक्रम भी आयोजित किए गए। सत्र के दौरान मंगोलिया, वियतनाम और ताजिकिस्तान के संसदीय प्रतिनिधिमंडलो ने भी दौरा किया। साथ ही लोक लेखा समिति (पीएसी) के शताब्दी वर्ष समारोह का भी आयोजन किया गया।

श्री बिरला ने यह भी बताया कि सत्र के दौरान सांसदों के लाभ के लिए एक स्वास्थ्य शिविर संसदीय सौध में आयोजित किया गया था।

श्री बिरला ने यह जानकारी भी दी कि नए संसद भवन का निर्माण कार्य प्रगति पर है और यह सुनिश्चित करने के सभी संभव प्रयास किए जा रहे हैं कि नया संसद भवन अगले साल तक तैयार हो जाए ।

श्री बिरला ने 21 दिसंबर 2021 को प्रश्नकाल की अध्यक्षता करते हुए सांसदों के उपयोग के लिए एक मोबाइल ऐप लॉन्च करने की भी घोषणा की।