यूपी संस्‍कृत संस्‍थान की हेल्‍पलाइन से जुड़ सकेंगे विदेशी छात्र

लखनऊ: यूपी संस्‍कृत संस्‍थान अपनी संस्‍कृत संभाषण प्रशिक्षण हेल्‍पलाइन का दायरा बढ़ाने जा रहा है। संस्‍कृत सीखने की ललक रखने वाले देश व प्रदेश के अभ्‍यर्थियों के साथ अब विदेशी छात्र भी हेल्‍पलाइन से जुड़कर संस्‍कृत, श्‍लोक व कर्मकांड आदि सीख सकेंगे। हेल्‍पलाइन की पहुंच विदेशी छात्रों तक पहुंचाने के लिए संस्‍थान हेल्‍पलाइन के नम्‍बर को वाटसअप से जोड़ेगा। संस्‍थान के अध्‍यक्ष डॉ वचस्‍पति मिश्र बताते हैं कि विदेशी छात्रों के लिए अलग हेल्‍पलाइन बनाने की तैयारी की जा रही है।

डॉ. वाचस्पति मिश्र बताते हैं कि विदेशी छात्रों में संस्‍कृत सीखने की काफी चाह होती है। संस्‍कृत सीखने के लिए शुरू की गई हेल्‍पलाइन से अब विदेशी छात्रों को जोड़ने की तैयारी शुरू हो गई है। हेल्‍पलाइन को और बेहतर बनाने के प्रयास भी शुरू हो गए है। विदेशी छात्रों को सिर्फ संस्‍कृत ही नहीं बल्कि श्‍लोक, कर्मकांड, अध्‍यात्‍म परिचय, शास्‍त्र ज्ञान आदि भी सिखाया जाएगा। विदेशी छात्रों को पढ़ाने वाले शिक्षकों की ट्रेनिंग अलग से होगी।

यूपी के साथ देश के अन्‍य राज्‍यों के लोगों में सीखने की ललक बढ़ रही है। यूपी संस्‍कृत संस्‍थानम की शुरू की गई संस्‍कृत संभाषण प्रशिक्षण के जरिए संस्‍कृत सीखाने की मुहिम काफी कारगर साबित हो रही है। संस्‍थान की हेल्‍पलाइन से अब तक 8 हजार से अधिक लोगों वर्चुअल कक्षाओं में शामिल होने के लिए अपना रजिस्‍ट्रेशन करा चुके हैं जबकि 1553 छात्र रोजाना कक्षा में अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं। डॉ.वाचस्पति मिश्र बताते हैं कि रोजाना ऑनलाइन 47 कक्षाएं संचालित हो रही है।

उत्तर प्रदेश संस्‍कृत संस्‍थान की ओर से संस्कृत बोलने, पढ़ने और सीखने के इच्छुक लोगों के लिए संस्कृत संभाषण प्रशिक्षण की सुविधा शुरू की है। सबसे खास बात यह है कि छात्र व संस्‍कृत सीखने के इच्‍छुक लोग मोबाइल फोन नंबर 9522340003 पर एक मिस काल एलर्ट के जरिए वर्चुअल कक्षा में अपना रजिस्‍ट्रेशन करा सकते हैं। पंजीकरण के लिए अभ्‍यर्थियों का बस एक गूगल फार्म भरना होगा। फार्म में उनको अपने व्यवसाय,नौकरी व पढ़ाई की जानकारी देना होगी। इसके बाद व्यवसाय के अनुरूप ग्रुपवार इसमें संस्कृत की पढ़ाई कराई जाएगी।